रात में मुस्लिम चाची की चुदाई की

Muslim Chachi ki Chudai– मेरे घर में मेरी माँ और डैडी के अलावा मैं अकेला हूँ। हमारे चाचा, उसकी बेटी और मेरे दादा-दादी भी हमारे साथ रहते हैं। मेरी चाची निशा है और हम सब एक परिवार हैं। चाची ने देसी मालिश करवाकर शारीरिक संबंध बनाए।

उन्हें सब प्यार से निशु कहते हैं। मेरी चाची बहुत बातें करती है और बहुत मस्ती करती है। मेरा मतलब है कि चाची देखने में ठीक-ठाक है। यद्यपि उनका चेहरा कुछ खास नहीं है, उनका शरीर बेहतरीन है।

जब वे खादी करते हैं, चाची मेरी माँ से तीन साल बड़ी है। तो उनसे मेरी माँ बड़ी लगती है। मैं उस कॉलेज में पढ़ रहा हूँ, जहां चाची की बेटी पढ़ती है। हम सब एक-एक कमरे में सोते हैं।

अब चाची के घुटनों में उमर का दर्द है। एक दिन मेरे कॉलेज में छुट्टी थी। इसलिए हम सभी घर पर थे और एक-दूसरे से बात कर रहे थे। चाची को अचानक घुटनों में दर्द हुआ।

डॉफ़र को हर कोई अपने कमरे में सोने के लिए चला गया, और शाम को चाय पर ही मिल गया। क्योंकि सब पांच या छह बजे उठ जाते थे और 11 बजे सब लाइट बंद करके सो जाते थे एक दिन, चाची ने मुझसे कहा जब हम टीवी देख रहे थे।

फ्री में सेक्सी कॉल गर्ल से बात करें-  Escorts Service in Electronic City

बेटा, मुझे अपने कमरे तक छोड़ दो।

मैं चाची के कमरे के ऊपर खड़ा हुआ। और मैंने उनके लिए शहर बनाया। उन्होंने मुझे कंधों से पकड़ा हुआ था और मैं अपना एक हाथ उनकी कमर पर रखा हुआ था। इसी बीच, मैं उनके स्तनों पर हाथ फेर रहा था।

मैं अपने स्तनों को छूते ही समझ गया। मेरे हाथों में उनके निपल्स थे, इसलिए चाची ने अंदर ब्रा नहीं डाली। मैंने उन्हें उनके कमरे में छोड़ा और वापस जाने लगा, जब मेरा लंड खड़ा होने लगा। पर चाची ने फिर से मुझे फोन किया।

रुक, चाची, मालिश करो।

मैं रुक गया और चाची के पास बाम लेकर बैठ गया। चाची ने अपनी साड़ी घुटनों तक उतार दी। फिर मैंने बम लगाकर उनकी मालिश की।

चाची, मैं बहुत खुश हूँ। नीरज, तुम्हारे हाथों में कोई जादू है। तुम्हारी शादी जिससे होगी, वह खुश रहेगी।

चाची की बात सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई। फिर चाची ने पहला घुटना नीचे करके दूसरा ऊपर किया। यही कारण था कि चाची की साड़ी खुल गई, जिससे मुझे अंदर का दृश्य दिखने लगा। चाची की झांटो से भरी हुई चूत को मैंने जीवंत देखा।

काली चाची की चूत को देखकर लंड पूरा खड़ा हो गया। उस दिन के बाद, मुख्य चाची को देखा गया।

अब मुझे बार-बार मालिश करने के लिए बुलाया जाएगा। यही कारण था कि मैंने अपने मन में सोचा कि आज मैं सिर्फ कुछ करके ही मानूंगा। यदि चाची कुछ कहती है, तो मैं सॉरी कहकर बात समाप्त कर दूंगा।

इस बार मैंने सारी घुटनों को ऊपर उठाया। और अब मैं उनकी नंगी जंघे देखकर पागल हो गया। उनकी जंघे दूध की बांध की तरह गोरी थीं। अब मैं घूंटों से जांघों तक उनकी मालिश करने लगा।

चाची ने मुझे देखा और सिर्फ सिस्कारियां निकाल दीं। हमारे दिन में मैंने बहुत मजा लिया और चाची को बहुत खुश कर दिया। फिर उस दिन मुझे मालिश करने की इजाज़त मिल गई।

जब मैं पिछली बार खुद चाची के कमरे में गया था, तो मैं आराम से बैठी थी। चाची ने मुझे देखकर क्रोध से कहा।

चाची, नीरज अब चाची की सेवा बहुत दिल से कर रहा है।

अब चाची ने अपने सारे पैर ऊपर कर लिए थे। मैं उनकी मालिश कर रहा था, लेकिन आज चाची ने अपनी साड़ी थोड़ी ऊपर कर ली थी। जिससे मैं उनकी चूत को देख सकता था। चाची की चोट बिखरने लगी। फिर चाची अचानक बोली।

अधिक मनोरंजक कहानियाँ पढ़ें

पैसे की कमी ने मुझे मुंबई कॉल गर्ल बना दिया | Hindi Sex Story | Hindi Sex Rich Story | Sexy Mami Ki Chudai Kahani | ट्यूशन मास्टर के साथ पहला संभोग | Desi Chudai Kahani

चाची, क्या तुम बस इसे देखते रहोगे या कुछ करोगे भी?

चाची के मुँह से सुनने के बाद मैंने अपना हाथ उनकी चूत पर रखा और उनकी चूत की मालिश करने लगा। तब चाची ने मेरा हाथ पकड़ा और चूत के दाने मसलने लगी।

चाची, ऐसी मालिश हर दिन मिल जाए तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा।

तुरंत मैंने अपनी दो उंगली चाची की चूत में डाल दी, जिससे चाची आह्ह आह्ह करने लगी। ऊपर से ही मेरे लंड को मसलते हुए चाची ने अपना हाथ मेरी पैंट के ऊपर रखा और कहा

चाची, अब क्या होगा?

यह सुनते ही मैं पूरी तरह से नंगा हो गया, और चाची ने मेरा लंड हाथ में पकड़ा। मैंने ढका मारकर चाची की चूत में मेरा लंड डाल दिया, फिर उन्होंने खुद मेरा लंड डाल दिया।

जब मैं चाची की चूत को चोदने लगा, तो वह भी नीचे से अपनी गांड उठा कर मुझसे चुदवा रही थी।

चाची, अगर मुझे हर दिन ऐसी मालिश मिलती तो मैं दिन में चार बार करता।

मैं चार बार सोचता हूँ कि मैं पूरे दिन आपकी मालिश करता रहूँगा, चाची।

चाची, तुम्हें अपनी होने वाली पत्नी के साथ बहुत मज़ा है।

मैं—वह अभी घर आई है, चाची; जब वह घर आएगी, मैं उसे खुश करूँगा। अब मेरा लंड पूरा मजे ले।

फिर चाची ने मुझे बताया कि मैं उनकी बेटी तान्या को चोद दूँगा। क्योंकि अब वह छोटी हो गई है और चाची ने उसे मुंह मारते हुए कई बार पकड़ा है

चाची की बात सुनकर मैं खुश हो गया। मैं भगवान से कह रहा था कि हर किसी को ऐसी चाची मिली। फिर चाची और मैं उसकी बेटी तान्या को चोदने की योजना बनाने लगे।

तान्या का ध्यान मेरे लिंग पर था, जब मैं अपना लिंग तान्या के सामने खड़ा करके रखता था। मैं उसकी पैंटी पर अपने लंड का पानी बार-बार निकालता था। घर पर उसने किसी को कुछ नहीं बताया।

एक दिन, चाची ने मुझे और उसे काम पर भेजा। रास्ते में मैंने तान्या से बात की।

मैं तुम्हें चोदना चाहता हूँ, तान्या। क्योंकि मुझे तुम बहुत पसंद है। मैं तुम्हें बहुत सेक्सी लगता हूँ। मैं तुम्हें कसम से एक रंडी मानकर चोदूंगा। मैं अपने लिंग से तुम्हारी चूत का भोसड़ा बना दूंगा। तुम्हारे आदमी में कुछ है, तो मुझे बताओ।

तान्या ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया, हालांकि मैंने सोचा कि अब काम खराब हो जाएगा। मैं खुश होकर पास के एक होटल में ले गया। हम दोनों पूरी तरह से नंगे होकर कमरे में प्रवेश करते हैं।

फिर मैं 69 की पोजीशन में उसकी चूत और मेरा लंड चूस रहा था। उस दिन मैंने उसकी सील उतार दी और हम दोनों ने चुदाई की।

फिर हम घर में सेक्स करने लगे। तान्या नहीं जानती थी कि मैं भी उसकी माँ को चोदता हूँ। तान्या की शादी के बाद मैं फिर से चाची को चोदने लगा। चाची की चूत में जो मजा है, तान्या की चूत में नहीं है। “चाची देसी मालिश करती है”